परिचय और इतिहास
digram of bapu pariksha parisar patna
‘बापू परीक्षा परिसर’ (Bapu Pariksha Parisar) का उद्घाटन 23 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इसे भारत का सबसे बड़ा परीक्षा केंद्र बताया गया, जिसका नाम महात्मा गांधी जी के सम्मान में रखा गया।
निर्माण लागत और क्षेत्रफल
निर्माण लागत: लगभग ₹261–281.11 करोड़ (सूत्रों के आधार पर भिन्नता)
आवृत्तीय क्षेत्र: लगभग 6 एकड़ (करीब 24,000 वर्ग मीटर)
निर्माण काल: कार्य 2019 में शुरू हुआ और 2023 में पूरा होने के बाद उद्घाटित हुआ ।
🏢 भवन संरचना और क्षमता
ब्लॉक की संख्या: वर्तमान में दो मुख्य पांच-मंजिला टावर – ब्लॉक A और B; भविष्य में तीसरा ब्लॉक C नियोजित ।
मंजिलें: प्रत्येक टावर में 5 मंजिलें ।
परीक्षा हॉल: कुल 44 बड़े हॉल; हर हॉल में लगभग 300 उम्मीदवार बैठ सकते हैं ।
क्षमता:
ऑफलाइन: ~13,200 उम्मीदवार
ऑनलाइन: ~3,584 उम्मीदवार
कुल मिलाकर लगभग 16,000–20,000 उम्मीदवार एक साथ परीक्षा दे सकते हैं; भविष्य में 25,000 तक विस्तार का लक्ष्य ।
प्रमुख सुविधाएं
सेंसर-आधारित लाइट नियंत्रण: लेचें विलंब से जलने और बुझने की सुविधा ।
सुरक्षा एवं निगरानी: 490 CCTV कैमरे, वेबकैस्टिंग, मोबाइल जैमर और इलेक्ट्रॉनिक डिटेक्शन सिस्टम्स ।
लिफ्ट और एस्केलेटर: ब्लॉक्स में 6 लिफ्ट और 16 स्केलटर ।
पानी और स्वच्छता: पानी, व्हीलचेयर सहायता, इलेक्ट्रॉनिक जांच सुविधाएँ उपलब्ध ।
ऊर्जा प्रबंधन: सोलर पैनल, लाइट सेंसर और ऊर्जा बचत उपाय ।
परिवहन और पहुंच
स्थान: कुम्हरार, पटना – राजेंद्र नगर टर्मिनल से लगभग 3–4 किमी।
**यातायात:**
केंद्रीय बस और ऑटो-रिक्शा, ई-रिक्शा से पहुँचना आसान।
निजी वाहन के लिए पार्किंग संभव, विशेष रूप से परीक्षा दिनों में प्रबंधित।
आसपास की सुविधाएँ
रेस्टोरेंट एवं खान-पान: कुम्हरार क्षेत्र में चाय–स्नैक्स की दुकानें, राजेन्द्रनगर/गांधी मैदान क्षेत्र में रेस्तरां।
होटल एवं आवास: समीप आवास विकल्प सीमित—बड़े परिवारों के लिए राजेन्द्रनगर क्षेत्रों में अधिक विकल्प हैं ।
पार्क एवं विश्राम स्थान: ब्लॉक A/B के बाहर गार्डेन/ओपन एयर लॉन—छोटी जलपान/आराम स्पॉर्ट के लिए उपयुक्त।
अस्पताल: नजदीकी बड़ी सुविधा पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (PMCH)।
सारांश
बापू परीक्षा परिसर आधुनिक सूट से लैस, उच्च क्षमता वाले परीक्षा केंद्र के रूप में कमाल है। इसकी मजबूत सुरक्षा, उन्नत सुविधाएँ, और बड़े पैमाने पर उम्मीदवार बैठाने की क्षमता इसे परीक्षा परिदृश्य में ख़ास बनाती है। हालांकि भीड़ और ट्रैफिक को संभालने की चुनौतियाँ हैं, लेकिन सरकार द्वारा दूसरे चरण में सात जिला स्तर पर और परिसर बनाए जाने की योजना सुनिश्चित करती है कि सुविधाएँ बेहतर होंगी ।
डिस्क्लेमर - उपरोक्त ब्लॉग कंटेंट विभिन्न क्षेत्रों से संकलित किया गया है। थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है। कोशिश किया है कि परीक्षा के दौरान आपको सुविधा हो। विशेष जानकारी के लिए क्षेत्र भ्रमण करे।