सोमवार, 3 अप्रैल 2023

CAPITAL OF INDIAN STATE


Indian states and capitals.

Here's a list of Indian states and their capitals:
  👉   STATE   --------- CAPITAL👈
1.Andhra Pradesh - Hyderabad (Proposed 2.Capital: Amravati)
3.Arunachal Pradesh - Itanagar
4.Assam - Dispur
5.Bihar - Patna
6.Chhattisgarh - Raipur
7.Goa - Panaji
8.Gujarat - Gandhinagar
9.Haryana - Chandigarh
10.Himachal Pradesh - Shimla
11.Jharkhand - Ranchi
12.Karnataka - Bengaluru (formerly known as Bangalore)what is Pacific Ocean
13.Kerala - Thiruvananthapuram
14.Madhya Pradesh - Bhopal
15.Maharashtra - Mumbai
16.Manipur - Imphal
17.Meghalaya - Shillong
18.Mizoram - Aizawl
19.Nagaland - Kohima
20.Odisha (formerly known as Orissa) - Bhubaneswar
21.Punjab - Chandigarh
22.Rajasthan - Jaipur
23.Sikkim - Gangtok
24.Tamil Nadu - Chennai (formerly known as Madras)
25.Telangana - Hyderabad
26.Tripura - Agartala
27.Uttar Pradesh - Lucknow
28.Uttarakhand - Dehradun
29.West Bengal - Kolkata (formerly known as Calcutta)
Please note that the list is accurate as of my knowledge 
👉"Believe in yourself and all that you are. Know that there is something inside you that is greater than any obstacle." - Christian D. Larson                          ((Assuming you are prosperous and content, help others, my friend. Pass it forward. It will be useful to someone. Show your generosity.) ) 

मंगलवार, 28 मार्च 2023

वेबसाइट पार्ट 2


वेबसाइट से पैसे बनाये

वेबसाइट से पैसे कैसे कमाएं
वेबसाइट से पैसे कमाने के कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:
  1. विज्ञापन: आप अपनी वेबसाइट पर विज्ञापन लगाकर विज्ञापन कमाने का विकल्प होता है। आप Google AdSense, Media.net जैसी विज्ञापन प्रदाताओं के साथ जुड़ सकते हैं जो आपको उनकी विज्ञापन दिखाने के लिए आपके वेबसाइट पर विज्ञापन स्थापित करने की अनुमति देते हैं। इस तरह से आप अपने विज्ञापन पर आय कमा सकते हैं।वेबसाइट कैसे बनाये

  2. स्पॉन्सरशिप: आप अपनी वेबसाइट पर स्पॉन्सरशिप बेचकर भी पैसे कमा सकते हैं। आप अपने विषय के बारे में एक पोस्ट लिख सकते हैं और स्पॉन्सरशिप विज्ञापन अपनी वेबसाइट पर लगाकर स्पॉन्सरशिप कमाने का विकल्प उपलब्ध है।read must oceanography

  3. वेबसाइट सदस्यता: आप अपनी वेबसाइट को सदस्यता के तौर पर भी बेच सकते हैं। आप अपने पाठकों को अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध सीमित सामग्री या सेवाओं के लिए प्रीमियम सदस्यता प्रदान कर सकते हैं।              4.एफिलिएट मार्केटिंग: एफिलिएट मार्केटिंग एक विकल्प है जो आपको अन्य कंपनियों के उत्पादों का प्रचार करने के लिए प्रेरित करता है। जब आप उन उत्पादों के बारे में ब्लॉग लेख या समीक्षा पोस्टिंग करते हैं, तो आप अपने वेबसाइट पर उन उत्पादों के लिंक प्रदान कर सकते हैं। जब आपके पाठक उन लिंकों पर क्लिक करते हैं और उस उत्पाद को खरीदते हैं, तो आपको कमीशन मिलता है।                                  5.स्पॉन्सरशिप और विनिमय: आप विनिमय के माध्यम से अपने पाठकों को विशेष अवसर दे सकते हैं, जहां वे आपके वेबसाइट से संबंधित उत्पादों या सेवाओं खरीद सकते हैं। इसके अलावा, आप अपने वेबसाइट के लिए स्पॉन्सरशिप और पार्टनरशिप ढूंढ सकते हैं। इससे आपको आर्थिक सहायता प्राप्त हो सकती है और आप अपने वेबसाइट को और विस्तृत करने में मदद कर सकते हैं।google map

इन सभी तरीकों से आप वेबसाइट से पैसे कमा सकते हैं। हालांकि, आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि इसके अलावा, आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक और उपयोगकर्ता विश्लेषण पर भी ध्यान देना होगा। यदि आपकी वेबसाइट पर लोग आते हैं और उसे नहीं उपयोग करते हैं या देर तक वहाँ नहीं ठहरते हैं तो आपकी कमाई में धीमी गिरावट हो सकती है। इसलिए, आपको उपयोगकर्ता अनुभव को सुधारने के लिए वेबसाइट के लेआउट, सामग्री और उपयोगिता पर भी ध्यान देना होगा।अंत में, आपको यह भी ध्यान देना होगा कि वेबसाइट से पैसे कमाने में समय लगता है। आपको एक सफल वेबसाइट बनाने और उसे पैसे कमाने के लिए पॉटेंशियल को उभरते हुए देखने में कुछ समय लग सकता है। इसलिए, धैर्य रखें और अपनी वेबसाइट को निरंतर सुधारते रहें। 

👉वेबसाइट पर ट्रैफिक कैसे लाएं-
🌷वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं:

1.समझें कि आपका टारगेट ऑडियंस कौन है: अपनी वेबसाइट के लिए टारगेट ऑडियंस का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप यह नहीं जानते हैं कि आपके लक्ष्य ग्राहक कौन हैं, तो आप उन्हें अपनी वेबसाइट पर लाने में असफल हो सकते हैं।

2.अपनी वेबसाइट को SEO फ्रेंडली बनाएँ: अपनी वेबसाइट को SEO फ्रेंडली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आपकी वेबसाइट का रैंकिंग सुधारेगी और यूजर ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक अपनी वेबसाइट पर लाएंगे।

3.उपयोगी और मददगार सामग्री प्रदान करें: आपकी वेबसाइट पर मददगार सामग्री होना चाहिए जो लोगों की मदद कर सके। यदि आपकी सामग्री उपयोगी होगी, तो लोग उसे अधिक साझा करेंगे और आपकी वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ेगा।success of examination

4.सोशल मीडिया पर अपनी वेबसाइट का प्रचार करें: सोशल मीडिया पर अपनी वेबसाइट का प्रचार करना आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। Views growt होगा। 
👉वेबसाइट ट्रैफिक बढाना--
🌷वेबसाइट पर ट्रैफिक साइट की सफलता और उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी होने का एक मापदंड है। ट्रैफिक आपके साइट पर लोगों की संख्या को दर्शाता है जो आपके साइट पर आते हैं और इस्तेमाल करते हैं। जितना अधिक ट्रैफिक आपकी साइट पर होगा, उतना ही अधिक आपकी साइट का प्रभावित होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं:

1.सोशल मीडिया नेटवर्क का उपयोग करें और अपनी साइट के बारे में शेयर करें।
2.ब्लॉगिंग करें और अपनी साइट के लिए लेख लिखें।
अपनी साइट का संचालन बेहतर बनाएं और इंटरनेट मार्केटिंग का उपयोग करें।
3.अपनी साइट को सार्च इंजन ऑप्टिमाइज करें ताकि लोग इसे खोज सकें।
4.अपने वेबसाइट के लिए सोशल मीडिया अनुभव को सुधारें ताकि लोग आपके साथ बातचीत करने के लिए आकर्षित हों।

👉अपनी वेबसाइट को Google Search Console में टैग करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
🌷1.Google Search Console पर जाएँ और अपने खाते में साइन इन करें।
2.साइट को जोड़ें या अपने साइट के लिए नया विवरण जोड़ें।
3.साइट का URL टाइप करें और "Add a property" बटन पर क्लिक करें।
साइट का सत्यापन करें। साइट सत्यापन करने के लिए, वेबसाइट में साइट-मानक फ़ाइल जोड़ना या मेटाटैग अपलोड करना हो सकता है।
4.सत्यापन करने के बाद, "Go to Property" बटन पर क्लिक करें।
5.साइट के विवरण पृष्ठ पर जाएं और "Add a Tag" बटन पर क्लिक करें।
अपने साइट के टैग का चयन करें और उसे अपनी साइट में जोड़ें।
6.टैग जोड़ने के बाद, "Verify" बटन पर क्लिक करें।
आपके वेबसाइट का Google Search Console में टैग करना आपको अपने साइट का सेटअप, विवरण और सत्यापन करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह आपको अपने साइट के विस्तार और ट्रैफिक के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करने में भी मदद करेगा
👉Google AdSense के लिए आवेदन करने के लिए निम्न चरणों का पालन करें:
🌷सबसे पहले, Google AdSense की वेबसाइट पर जाएं और "Sign Up Now" विकल्प पर क्लिक करें।

आपको उपलब्ध निर्देशों का पालन करना होगा। इसमें आपको अपना वेबसाइट या YouTube चैनल जोड़ना होगा।

अपना वेबसाइट जोड़ने के दौरान, आपको अपने वेबसाइट के बारे में जानकारी देनी होगी जैसे कि आपकी वेबसाइट का नाम, श्रेणियाँ, और अन्य विवरण।

आपको अपने Google AdSense खाते के लिए आवेदन पत्र भरना होगा, जो आपको अपनी वेबसाइट का वर्तमान ट्रैफिक, विज्ञापन के प्रकार और अन्य विवरण बताएगा।

अगर आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आप अपने Google AdSense खाते में लॉगिन करके अपने विज्ञापनों को अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित कर सकते हैं।

ध्यान दें कि Google AdSense के लिए आवेदन करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण शर्तों का पालन करना होगा। आपके वेबसाइट में कम से कम 30-40 पोस्ट होने चाहिए,
👉Google AdSense विज्ञापनों को दिखाने के लिए एक लोकप्रिय विज्ञापन प्रणाली है जो उपयोगकर्ताओं को अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर विज्ञापन दिखाने के लिए अनुमति देती है। यदि आप अपनी वेबसाइट के लिए Google AdSense के माध्यम से विज्ञापन दिखाना चाहते हैं, तो आपको कुछ मानकों को पूरा करना होगा। इन मानकों में शामिल हैं:
🌷1.वेबसाइट या ब्लॉग कम से कम 6 महीने पुराना होना चाहिए।
2.आपके वेबसाइट पर उपयोगकर्ता सामग्री का मानक रूप से 50 से अधिक प्रतिशत आपकी खुद की सामग्री होनी चाहिए।
3.वेबसाइट में विज्ञापन के स्थान का चयन आपके हाथ में होना चाहिए और यह जरूरी है कि आप उन्हें संदर्भित नहीं करते हो।
4.आपके वेबसाइट पर अनुचित सामग्री नहीं होनी चाहिए।
आपके वेबसाइट के लिए अधिकतम दैनिक ट्रैफिक की आवश्यकता नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि आपकी वेबसाइट पर उपयोगकर्ताओं का संख्या बढ़ती रहे।5.आपके वेबसाइट में कोई अनुचित सामग्री, वैश्विक उपहासपूर्ण या नीतियों के उल्लंघन की सामग्री नहीं होनी चाहिए।
6.आपकी वेबसाइट का डिजाइन अनुकूलित और उपयोगकर्ता अनुकूलित होना चाहिए। इसका अर्थ है कि आपकी वेबसाइट ज्ञात और सुविधाजनक नेविगेशन मेनू, टेक्स्ट और रंग योजना शामिल होनी चाहिए।
7.आपकी वेबसाइट के सामग्री को अनुवाद सेवाओं का उपयोग करके ज्ञातमंडलों के लिए उपलब्ध कराना नहीं चाहिए।
8.आपकी वेबसाइट को Google की तरफ से लेनदेन के लिए तैयार होना चाहिए, जैसे कि आपके पास Google Analytics अकाउंट होना चाहिए।
👉Google adsense approval से वेबसाइट पर कितनी कमाई हो सकती है
🌷Google AdSense अनुमति के बाद आप अपनी वेबसाइट पर विज्ञापन दिखाकर ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं। हालांकि, यह आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक, आपकी विज्ञापन जगह की विविधता, विज्ञापन विषयों और आपकी विज्ञापन क्लिक दर पर निर्भर करता है।

आमतौर पर, AdSense उन लोगों के लिए उपयुक्त होता है जो अपनी वेबसाइट पर अच्छी ट्रैफिक रखते हैं। वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ाने के लिए आप समय-समय पर उच्च गुणवत्ता की और आकर्षक विषयों पर पोस्ट लिख सकते हैं।

विज्ञापन क्लिक दर को बढ़ाने के लिए, आप विज्ञापन की स्थान और आकार को अनुकूलित कर सकते हैं। आप विज्ञापन के लिए संबंधित विषयों का चयन करने की सलाह भी ले सकते हैं ताकि वे आपके पाठकों के लिए उपयोगी हों।

आपकी वेबसाइट पर दिखाए गए विज्ञापनों के द्वारा आप प्रतिक्रियाओं पर भी कमाई कर सकते हैं। 
👉Google Analytics क्या है
🌹Google Analytics एक वेब विश्लेषण टूल है जो वेबसाइट ट्रैफिक और उपयोगकर्ता गतिविधियों को मॉनिटर करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक Google का मुफ्त उपकरण है जिससे विश्वसनीय डेटा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आप वेबसाइट के आँकड़ों को समझ सकते हैं जैसे कि विज़िटर की संख्या, यात्राओं की अवधि, भ्रमण दर, संदर्भ श्रृंखला, लोगों के इंटरेक्शन के प्रकार जैसे लिंक क्लिक, फॉर्म सबमिट आदि।
Google Analytics के उपयोग से, आप अपनी वेबसाइट के लिए सबसे लोकप्रिय पृष्ठों, सामग्री और विजेट का पता लगा सकते हैं जो आपकी वेबसाइट के अधिक अनुकूलन में मदद करता है। इसके अलावा, आप अपनी वेबसाइट के आंकड़ों को संचालित रूप से मॉनिटर कर सकते हैं ताकि आप अपनी वेबसाइट के उत्पादन और प्रदर्शन में सुधार कर सकें।
👉Google search console 
🌷Google Search Console (पहले Google Webmaster Tools के नाम से जाना जाता था) एक ऑनलाइन टूल है जो वेबसाइट मालिकों और वेबमास्टरों के लिए उपलब्ध है। यह Google के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और वेबसाइटों के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण फ़ंक्शनलिटी उपलब्ध कराता है।

इस टूल के माध्यम से आप अपने वेबसाइट के लिए सर्च इंजन अपडेट्स, त्रुटियों, साइट लिंक्स और सम्बन्धित सामग्री की जानकारी देख सकते हैं। इसके अलावा, आप अपनी साइट के लिए साइटमैप जमा कर सकते हैं, समझ सकते हैं कि आपके वेबसाइट के लिए कौन से कीवर्ड्स खोजा जा रहा है और इन कीवर्ड्स की जानकारी को उपयोग करके अपनी साइट की अधिकतम दृश्यता प्राप्त कर सकते हैं।
👉वेबसाइट पिंग क्या होता है?
🌷जब आप इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं तो आपका कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस उस वेबसाइट के सर्वर से एक संदेश भेजता है जो बताता है कि आपके डिवाइस से वेबसाइट तक कितना समय लग रहा है। इस प्रक्रिया को 'पिंग' कहा जाता है।

जब आप वेबसाइट का पिंग करते हैं, आपका डिवाइस सर्वर के पते पर संदेश भेजता है और सर्वर संदेश का जवाब देता है। यह जवाब बताता है कि सर्वर तक आपके संदेश पहुंचने में कितना समय लगा। इसका माप इस तरह से किया जाता है कि संदेश के भेजने से संदेश के आने तक का समय निर्धारित किया जाता है।

पिंग एक टूल है जो नेटवर्क कनेक्शन जाँच करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह उपयोगकर्ता के डिवाइस और सर्वर के बीच लेटेंसी या डेले की मात्रा का पता लगाने में मदद करता है। पिंग की मात्रा मिलीसेकंड में होती है और इससे पता लगता है कि इंटरनेट कनेक्शन कितनी तेज़ है और सर्वर कितनी देरी से जवाब दे रहा है।
👉आपका वेबसाइट गूगल discover मे कैसे आयेगा
🌷गूगल डिस्कवर, गूगल का एक फीचर है जो यूजर्स को उनके रूचि के अनुसार संबंधित जानकारी और सामग्री प्रदान करता है। गूगल डिस्कवर नए वेबसाइट्स को भी अपनी लिस्ट में शामिल करता है, जो यूजर्स के लिए उपयोगी हो सकते हैं। यदि आप अपनी वेबसाइट को गूगल डिस्कवर में दिखाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:

सामग्री क्वालिटी: अपनी वेबसाइट पर उच्च गुणवत्ता की सामग्री पोस्ट करें। गूगल डिस्कवर उच्च गुणवत्ता की सामग्री पसंद करता है और उसे लिस्टिंग में शामिल करता है।

सामग्री अपडेट: अपनी वेबसाइट को नियमित रूप से अपडेट करें। गूगल डिस्कवर उस सामग्री को पसंद करता है जो नवीनतम और अद्यतन होती रहती है।

संरचना और मेटाडाटा: अपनी वेबसाइट की संरचना को बेहतर बनाएं और मेटाडाटा जैसे शीर्षक, विवरण, श्रेणी आदि को सही ढंग से अपडेट करें। 
👉वेबसाइट थीम क्या है
🌷वेबसाइट थीम वेबसाइट के दृश्य, अनुभव और फंक्शनलिटी को नियंत्रित करने वाली एक टेम्पलेट होती है। यह वेबसाइट के दिखावट को संचालित करती है जो उपयोगकर्ताओं को एक बेहतर और समझदार उपयोगर्ता अनुभव प्रदान करता है। थीम वेबसाइट के डिजाइन, फ़ॉन्ट, रंग, लोगो आदि के साथ-साथ विभिन्न फंक्शनलिटी विवरणों के साथ एक फ़ाइल सेट होती है, जो वेबसाइट के डेवलपमेंट के दौरान इस्तेमाल की जाती है।

एक अच्छी थीम उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करती है, वेबसाइट की भाषा और उद्देश्य के अनुसार तैयार की जाती है ताकि उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट का उपयोग करना आसान हो और उन्हें सही दिशा में ले जाए। कुछ थीम बिल्डर उपलब्ध होते हैं जो उपयोगकर्ताओं को थीम को अनुकूलित करने में मदद करते हैं, जिससे वे वेबसाइट डिजाइन में बदलाव कर सकते हैं या फिर कस्टम थीम डिजाइन बना सकते है। 
Disclaimer-- उपरोक्त ब्लॉग/कंटेंट खुद की जानकारी और कुछ विभिन्न क्षेत्रों से संकलित करके आपके लिए आपके समक्ष प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। किसी भी लिखावट मे भूल/या गलती के लिए ब्लॉग/कंटेंट/वेबसाइट मे क्षमा प्रार्थी हूँ। Please like&forward

वेबसाइट "website"

वेबसाइट क्या है--

वेबसाइट एक इंटरनेट पर उपलब्ध स्थायी इलेक्ट्रॉनिक पेज होता है जो विभिन्न विषयों पर जानकारी और सेवाओं को उपलब्ध कराता है। इसके जरिए आप विभिन्न प्रकार की जानकारी, उत्पाद, सेवाएं या किसी व्यक्ति या संगठन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वेबसाइट उस वेब पेज के संगठन और उपयोग की एक विस्तृत संरचना होती है जो अन्य संप्रदायों से भिन्न होती है और इंटरनेट पर उपलब्ध होती है। इन्टरनेट के विभिन्न उपकरणों जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन आदि का उपयोग करके आप वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं और उसमें उपलब्ध जानकारी का लाभ उठा सकते हैं।
वेबसाइट एक इंटरनेट पर उपलब्ध स्थायी इलेक्ट्रॉनिक पेज होता है जो विभिन्न विषयों पर जानकारी और सेवाओं को उपलब्ध कराता है। इसके जरिए आप विभिन्न प्रकार की जानकारी, उत्पाद, सेवाएं या किसी व्यक्ति या संगठन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।  how do create web stories
👉वेबसाइट के प्रकार--
वेबसाइट कई प्रकार के होते हैं। यह कुछ निम्नलिखित हो सकते हैं:

((A. डोमैन और सबडोमैन(domain&subdomain) 

डोमेन एक विशिष्ट इंटरनेट पता होता है जो एक या एक से अधिक इंटरनेट सेवाओं, जैसे वेबसाइट, ईमेल सेवा आदि का पता बताता है। डोमेन को इंटरनेट पर एक अद्वितीय और अनुपलब्ध पहचान संख्या से पहचाना जाता है। डोमेन के दो मुख्य भाग होते हैं - डोमेन का नाम और टॉप-लेवल डोमेन। उदाहरण के लिए, "google.com" यहां डोमेन का नाम है और ".com" टॉप-लेवल डोमेन है।symptoms of dengue

B.सबडोमेन एक डोमेन के अंतर्गत एक उप-डोमेन होता है। उप-डोमेन इंटरनेट पते के बाद का नाम होता है जो डोमेन के नाम के बाद आता है। ये अन्य वेबसाइट के विभिन्न भागों के लिए उपयोग किए जाते हैं और साधारणतया कंपनियों या वेबसाइट के भिन्न विभागों जैसे blog.example.com, support.example.com आदि के लिए उपयोग किए जाते हैं।ये दोनों वेबसाइट create के लिए बहुत जरूरी है।) ) 
  1. स्टैटिक वेबसाइट: स्टैटिक वेबसाइट एक ऐसा वेबसाइट होता है जो अपने सामग्री को एक स्थिर पृष्ठ के रूप में प्रदर्शित करता है। यह वेबसाइट ज्यादातर वहाँ प्रदर्शित होते हैं जो जानकारी को साझा करना चाहते हैं। इसमें उपयोगकर्ता से कोई इंटरैक्शन नहीं होता है, और उन्हें केवल दिए गए सामग्री को पढ़ने के लिए अवलोकन करना होता है।सामान्यतः HTML, CSS और जावास्क्रिप्ट जैसी स्टैटिक लैंग्वेज का उपयोग करके बनाई जाती है। इसमें कोई भी नामुद डाटाबेस नहीं होती है जो दृश्यमान वेबसाइट पर डाटा का संचय करती हो।

  2. डायनामिक वेबसाइट: डायनामिक वेबसाइट अपनी सामग्री को डेटाबेस से लोड करता है और उपयोगकर्ताओं के लिए अलग-अलग वेबपेज पेश करता है। इन वेबसाइटों में उपयोगकर्ता से इंटरैक्शन होता है, जैसे कि उन्हें लॉगिन करना होता है या फॉर्म भरना होता है।

  3. ई-कॉमर्स वेबसाइट: ई-कॉमर्स वेबसाइट ऑनलाइन विक्रेताओं के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक बाजार की तरह काम करते हैं। 

  4. सोशल मीडिया वेबसाइट: सोशल मीडिया वेबसाइट उन वेबसाइटों को कहते हैं जो उपयोगकर्ताओं को अपने अन्य उपयोगकर्ताओं से जोड़ते हैं और उनके साथ विभिन्न प्रकार की सामाजिक गतिविधियों को साझा करने की अनुमति देते हैं। इसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन, यूट्यूब इत्यादि शामिल होते हैं।

  5. ब्लॉग: ब्लॉग एक ऐसी वेबसाइट होती है जिसमें एक या एक से अधिक लेखक अपने विषय पर लेख लिखते हैं। इसमें आमतौर पर पाठ, छवियाँ, वीडियो और अन्य मीडिया सामग्री शामिल होती है।

  6. विकिपीडिया: विकिपीडिया एक वेबसाइट है जो उपयोगकर्ताओं को विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान करती है। इसे उपयोगकर्ता संपादकों द्वारा बनाया जाता है और इसमें लाखों लेख होते हैं।

  7. फोरम: फोरम एक वेबसाइट होती है जहां लोग विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हैं। इसमें उपयोगकर्ता एक नए थ्रेड शुरू करते हैं। 

👉वेबसाइट  बनाने के लिए आवश्यक चीजें--
  1. होस्टिंग: होस्टिंग आपकी वेबसाइट के फ़ाइलों, इमेजेज और अन्य सामग्री को इंटरनेट पर उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक होता है।tips for success exam

  2. वेबसाइट डिजाइन: वेबसाइट डिजाइन वेबसाइट के लिए उपयुक्त और आकर्षक लुक का निर्धारण करता है। इसमें वेबसाइट के लेआउट, रंग, फ़ॉन्ट, इमेज और अन्य ग्राफिक इलस्ट्रेशन शामिल होते हैं।

  3. कंटेंट: वेबसाइट पर प्रकाशित होने वाली सामग्री आपकी वेबसाइट के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह आपकी वेबसाइट की उपयोगिता और समझदारी को विवरणपूर्वक बताता है।

  4. वेबसाइट कोडिंग: वेबसाइट कोडिंग वेबसाइट के बनावट को बनाने और उसे फ़ंक्शनल बनाने के लिए आवश्यक होती है।

5.वेबसाइट के लिए प्लेटफ़ॉर्म: आपको वेबसाइट बनाने के लिए उचित प्लेटफ़ॉर्म का चयन करना होगा। आप वेबसाइट के लिए विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर सकते हैं, जैसे WordPress, Wix, Squarespace, blogger, etc.

6.वेबसाइट के लिए सुरक्षा: आपको वेबसाइट के लिए सुरक्षा की चिंता करनी होगी। आप अपनी वेबसाइट के लिए SSL प्रमाणीकरण, फ़ायरवॉल, अंतरिक्ष अभिवृद्धि और बैकअप योजनाएं जैसी विभिन्न सुरक्षा उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं।

7.वेबसाइट के लिए SEO: आपको वेबसाइट के लिए सही SEO (Search Engine Optimization) तकनीकों का उपयोग करना होगा ताकि आपकी वेबसाइट से संबंधित खोजों में उच्च रैंकिंग प्राप्त हो सके।

8.वेबसाइट के लिए अनुशंसित सामग्री: आप वेबसाइट के लिए अनुशंसित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं जैसे टेक्स्ट, फ़ोटो, वीडियो, लोगो, इत्यादि।
9.वेबसाइट के लिए उपयोगकर्ता अनुभव: आपको उपयोगकर्ता के लिए एक बेहतर अनुभव प्रदान करना होगा। आप अपनी वेबसाइट का डिजाइन और उपयोगकर्ता अनुभव सुधारने के लिए विभिन्न टूल्स का उपयोग कर सकते हैं।

10.वेबसाइट के लिए मोबाइल रेस्पोंसिव डिजाइन: आजकल ज्यादातर लोग स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं और इसलिए आपको अपनी वेबसाइट को मोबाइल फोनों में भी ठीक से दिखाई देने के लिए मोबाइल रेस्पोंसिव डिजाइन का उपयोग करना होगा।

11.वेबसाइट के लिए सामाजिक मीडिया अनुभव: आपको अपनी वेबसाइट के साथ सामाजिक मीडिया इंटीग्रेशन करना चाहिए ताकि आप उपयोगकर्ताओं के साथ संवाद बनाए रख सकें और अपने उत्पाद या सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रमोट कर सकें।

12.वेबसाइट के लिए वेब एनालिटिक्स: आप वेब एनालिटिक्स टूल का उपयोग करके अपनी वेबसाइट के लिए विभिन्न आंकड़े और डेटा संबंधी जानकारी का अध्ययन कर सकते हैं.disclaimer--उपरोक्त ब्लॉग/content खुद के अनुभव/जानकारी और विभिन्न क्षेत्रों से आपके लिए आपके समक्ष प्रस्तुत करने के लिए एकत्रित की गई है। वेबसाइट से कमाई,वेबसाइट approval वगैरह के लिए पढ़े वेबसाइट पार्ट 2

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दर्द कम चिंता ज्यादा:- मध्यम वर्ग की जिंदगी

मध्यम वर्ग की ज़िंदगी : दर्द कम, चिंता ज्यादा 🌞 सुबह की शुरुआत सुबह के 10 बजे से पहले रोज़ की तरह मैं स्कूटी से ऑफिस जा रहा था।...