छठ पर्व बिहार (महापर्व)
छठ पर्व सूर्य देव और छठी मैया की उपासना का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है?
* सूर्य देव की उपासना: छठ पर्व में सूर्य देव को जीवनदाता माना जाता है। इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है और उनके दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की जाती है।
* प्रकृति की पूजा: छठ पर्व में प्रकृति के पांच तत्वों - जल, अग्नि, वायु, पृथ्वी और आकाश की भी पूजा की जाती है।
* कठिन व्रत: छठ पर्व का व्रत बहुत ही कठिन माना जाता है। व्रती 36 घंटे तक निर्जला रहते हैं और इस दौरान वे केवल फल और सब्जियां ही ग्रहण करते हैं।
* आस्था और विश्वास: छठ पर्व लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है। मान्यता है कि छठ पर्व करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
कब से मनाया जाता है?
छठ पर्व का इतिहास बहुत पुराना है। इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता है कि छठ पर्व कब से मनाया जा रहा है। कुछ विद्वानों का मानना है कि छठ पर्व वैदिक काल से ही मनाया जा रहा है।
कब मनाया जाता है?
छठ पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तक मनाया जाता है। यह चार दिवसीय त्योहार है।
* नहाय-खाय: पहले दिन व्रती स्नान करते हैं और शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं।
* खरना: दूसरे दिन व्रती निराहार रहते हैं और शाम को खीर बनाकर खाते हैं।
* संध्या अर्घ्य: तीसरे दिन शाम को सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है।
* उषा अर्घ्य: चौथे दिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है और व्रत का पारण किया जाता है।
मुख्य रूप से कहाँ मनाया जाता है?
छठ पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में मनाया जाता है। हाल ही में, यह त्योहार भारत के अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय हो रहा है।
अन्य जानकारी:
* छठ पर्व को सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है।
* छठ पर्व के दौरान लोग नदियों, तालाबों या कुओं में जाकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।
* छठ पर्व के दौरान लोग विशेष प्रकार के गीत गाते हैं जिन्हें छठ गीत कहते हैं।
आप सभी को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
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