शनिवार, 24 सितंबर 2022

वक़्त की नजाकत

"वक़्त की नजाकत" एक हिंदी वाक्य है जो वह संदेश देता है कि समय बहुत कीमती है और हमें इसका समय पर समझना चाहिए। समय का नुकसान करने से जीवन की कई अवसरों का नुकसान होता है। जब हम अपना समय नहीं बर्बाद करते हैं तो हम अपने जीवन का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम होते हैं। इसलिए, हमें समय की कीमत को समझना चाहिए और अपना समय समझदारी से उपयोग करना चाहिए।वक़्त और नजाकत

वक़्त और नजाकत परिभाषा

वक़्त (Time) एक मापक होता है जो दर्शाता है कि कितना समय गुजर चुका है, कितना समय बचा हुआ है और कब कोई घटना हुई थी या होगी। यह दुनिया में सभी चीजों का अभिकल्प होता है जिससे हम समय की गति को माप सकते हैं। समय हमेशा बदलता रहता है और इसका कोई वापस नहीं होता।

नजाकत (Fragility) एक वस्तु, प्रक्रिया, या व्यक्ति की कमजोरी को दर्शाती है। इससे यह समझा जाता है कि यह वस्तु, प्रक्रिया या व्यक्ति बहुत आसानी से टूट सकते हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसका मतलब है कि इसे संरक्षित रखना और सावधानी से इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी होता है। उदाहरण के रूप में, काँच के बर्तन, जो बहुत नाज़ुक होते हैं और जल्दी टूट सकते हैं, नजाक वस्तु की उदाहरण हो सकते हैं।
जिंदगी में कभी तुलना नही करे क्युकी हर किरदार की अपनी भूमिका होती है। सृष्टि मे किरदार सभी चीज की होती हैं । जीव-जंतु, ,पेड़-पौधे, आदमी, जल, पहाड़, सूर्य, चंद्रमा, सभी की उपयोगिता और महत्व है लेकिन अपने अपने जगह पर। जिस सूर्य देव के किरणों का इंतज़ार ठंढी के दिनों मे होती हैं । गर्मियों में उसी सूर्य की किरणों से लोग परहेज करते हैं। सर्दी के मौसम में लोग अलाव जलाके आग को सकते हैं गर्मी के मौसम में उसी आग से लोगो को बचते परहेज करते भी देखा है। 
दुनिया में कई तरह के लोग रहते हैं  उनके सोच कार्य व्यवहार अलग अलग होती हैं। कोई मज़ाकिया होता है तो कोई बातूनी होता है। किसी को नींद बहुत आती हैं। कोई  हंसमुख और वेल caretaker भी होता है। कोई शायर तो कोई प्रेम के पुजारी सुंदरता के पुजारी होते हैं। अब जिनके पास हमेशा ऐसे लोग उपलब्ध रहते हैं वो इनके महत्व को कभी नहीं समझेंगे। एक कहावत हैघर की मुर्गी दाल बराबर
जबकी हमने उपरोक्त तथ्यों के लिए लोगो को साधन खोजते, परेशान होते देखा है। 
संपन्न लोगो को महलों में महँगे गाडीयों मे अकेलापन से जूझते देखा है। हँसने के लिए लाफ्टर शो, सिनेमा, सर्कस, का सहारा लेते देखा है। नींद के लिए मेहनत और डॉक्टर advice पे मेडिकल का सहारा लेते देखा है। प्यार के लिए समय नही है। और किसी के पास समय है तो प्यार नहीं। किसी के घर में आदमी के लिए जगह कम है तो कहीं बंगले में आदमी नही। किसी को खाना नही मिल रहा  तो किसी से खाया नही जा रहा। जी हाँ अमीर जिन्हे मधुमेह है उनको खाना परहेज से खाना है। गरीब को कोई दिक्कत नही पर खाना भी नही। 
मै महानगर में रहता हूँ मै ने एक प्यारी खरगोश को पाल रखा है। मै सुबह सुबह उठके पानी पीता हूँ Ro kent का। सोचता हूँ गाँव का तो कुआँ का पानी इससे ज्यादा मीठा है। और वो भी मुफ्त। हवा महानगर में Ac,coller, fan 24×7 सहारा लेना पड़ता है। गाँव के खुली हवा इससे बेहतर है। सुबह सुबह पूजा के लिए फूल खरीदता हूँ और फुलवाली से दो चार फूल ज्यादा लेने के लिए गुजlरिश् करनी पड़ती है। गाँव में  फूलों से लदा पौधें हमने देखे हैं। उसके बाद खरगोश के लिए घास खरीद कर लाता हूँ। वही घास गाँव में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहता है। शहर में लोगो को रोकने टोकने के लिए बातचीत करने के लिए सोचना पड़ता है। गाँव में बातें ही कम पड़ जाती हैं। गाँव में भोज में हरे पत्ते के पत्तल मे जमीन पर बैठ के साथ मे खाते हैं। शहरों में खड़े होकर प्लेट प्लास्टिक का बुफ्फ सिस्टम से। मतलब साफ है महत्व और उपयोगिता जरूरत के आधार पर तय होती होगी।
सफर में जिस पानी को बोतलों मे बंद करके बेचा जाता हैं। बाढ़ में वही पानी कितने मानव और बस्तियों को बहा ले जाता हैं। समुंदर में बड़े बड़े जहाज़ को डुबो देता है। 
इस तरह से आप जैसे हो ईश्वर की अद्भुत और श्रेष्ठ रचना हो। हो सकता हैं जो आपको मिला वो कितनो को नसीब नहीं। इस लिए जीवन के हर पल को जी भर के जियो। जीवन के हर लम्हा छोटी छोटी खुशी को enjoy करो। अगर आप रोज़ शाम मे सपरिवार साथ साथ भोजन करते हो। प्रेमपूर्वक रहते हो। खाने को खाना रहने को छत, पहनने को वस्त्र है और किसी का कर्ज नही है। नींद और हंसी के लिए किसी दूसरे माध्यम का सहारा नही लेते हो तो आप सुखी संपन्न हो।                   Disclaimer-- उपरोक्त जानकरी खुद के अनुभव और विभिन्न माध्यमों से संकलित है। Only read, boost knowledge, like & forward

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